यह कहानी ऐसे दोस्तों की है जिनके के पास 25 हजार रुपिये नहीं थे जब बिज़नेस चालू किया !
सूरत के एक छोटेसे विस्तारके रहने वाले मनोज , अमोल ,जीतेन्द्र और योगेश बचपन से साथ
में थे, उन्होंने अपनी पढाई साथ में ही पूरी की और धीरे धीरे उम्र के पढाव में आते आते एक दुसरे
से अलग हो गए क्यों की घर की जिम्मेदारी आने लगी चारों ने अपने अलग अलग रस्ते चुने |
फिर एक दिन मनोज के ख्यालमें एक आईडिया आया के हम साथ में मिलकर अमेज़न ऑनलाइन
सेल्लिंग कंपनी में सेलर के तोर पर कम करते है चारों ने हामी भरी और निवेश के लिए 7-7 हजार
जुटाये शुरुवाती दिनों में उन्हें कुछ खास हासिल नही हुआ पर उन्होंने हिम्मत नहीं हरी | और आज
वे अमेज़न मार्किट में आपना ख़ास रुद्बा बना चुके है | उन्होंने ऐसे ही ऑनलाइन शौपिंग की अलग अलग कंपनी के साथ बिज़नेस किया जेसे flipkart . और उसके बाद वे खुदकी मैन्युफैक्चरिंग करने लगे
और देश-विदेश में माल देने लगे | इसलिए दोस्तों कभी हिम्मत ना हरे और अपने पे विश्वासरखे |
ऐ मेरा पहिला ब्लॉग है इसलिए सपोर्ट करे और में ऐसे ही कुछ कहानिया आप से शेयर करूँगा !
जय हिंद
सूरत के एक छोटेसे विस्तारके रहने वाले मनोज , अमोल ,जीतेन्द्र और योगेश बचपन से साथ
में थे, उन्होंने अपनी पढाई साथ में ही पूरी की और धीरे धीरे उम्र के पढाव में आते आते एक दुसरे
से अलग हो गए क्यों की घर की जिम्मेदारी आने लगी चारों ने अपने अलग अलग रस्ते चुने |
फिर एक दिन मनोज के ख्यालमें एक आईडिया आया के हम साथ में मिलकर अमेज़न ऑनलाइन
सेल्लिंग कंपनी में सेलर के तोर पर कम करते है चारों ने हामी भरी और निवेश के लिए 7-7 हजार
जुटाये शुरुवाती दिनों में उन्हें कुछ खास हासिल नही हुआ पर उन्होंने हिम्मत नहीं हरी | और आज
वे अमेज़न मार्किट में आपना ख़ास रुद्बा बना चुके है | उन्होंने ऐसे ही ऑनलाइन शौपिंग की अलग अलग कंपनी के साथ बिज़नेस किया जेसे flipkart . और उसके बाद वे खुदकी मैन्युफैक्चरिंग करने लगे
और देश-विदेश में माल देने लगे | इसलिए दोस्तों कभी हिम्मत ना हरे और अपने पे विश्वासरखे |
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